नौकरीपेशा लोगों के भविष्य निधि (पीएफ) खाते को लेकर बड़ी खबर! वित्त मंत्रालय एक बड़ा ऐलान करने जा रहा है

Samachar Jagat | Saturday, 24 Jun 2023 09:19:04 AM
Great news regarding the Provident Fund (PF) account of the employed! Finance Ministry is going to make a big announcement

EPFO ब्याज दर: वित्त वर्ष 2022-23 के लिए प्रोविडेंट फंड के ब्याज पर फैसला हो सकता है. जून के अंत तक इस पर फैसला लिया जा सकता है. EPFO से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, श्रम मंत्रालय की ओर से एक ड्राफ्ट तैयार कर वित्त मंत्रालय को भेजा गया है.

नौकरीपेशा लोगों के लिए ईपीएफ खाते से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। जल्द ही वित्त मंत्रालय इसकी घोषणा कर सकता है. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए प्रोविडेंट फंड के ब्याज पर फैसला हो सकता है. जून के अंत तक इस पर फैसला लिया जा सकता है.

EPFO से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, श्रम मंत्रालय की ओर से एक ड्राफ्ट तैयार कर वित्त मंत्रालय को भेजा गया है. अब वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलनी बाकी है. मंजूरी मिलते ही इसकी सूचना दे दी जायेगी. यह प्रक्रिया जुलाई तक पूरी होने की उम्मीद है. आपको बता दें, श्रम मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ पर 8.15 फीसदी ब्याज तय किया है.

मुझे ब्याज का पैसा कब मिलेगा?

हर साल की तरह ईपीएफओ का केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) पिछले वित्तीय वर्ष के लिए ब्याज तय करता है। आमतौर पर यह बैठक मार्च में होती है. इसमें पूरे साल की कमाई को देखते हुए तय किया जाता है कि कितना ब्याज देना चाहिए. पिछले वर्ष के लिए मार्च 2023 में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था.

बोर्ड ने ब्याज दरें बढ़ा दीं. इसके बाद इसका मसौदा तैयार करना श्रम मंत्रालय का काम है. श्रम मंत्रालय इसे मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजता है. वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद ही इसे अधिसूचित किया जाता है. उम्मीद है कि जल्द ही वित्त मंत्रालय से वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ब्याज पर मंजूरी मिल सकती है. सब कुछ ठीक रहा तो इसी साल नवंबर-दिसंबर तक सभी औपचारिकताएं पूरी कर इसे क्रेडिट कर दिया जाएगा।

EPF पर कितना बढ़ा ब्याज?

श्रम मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो मई में ही ड्राफ्ट तैयार कर भेजा जा चुका है. आमतौर पर जून के अंत तक वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिल जाती है. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ ब्याज दर तय कर दी गई है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें 5 आधार अंक की बढ़ोतरी की गई। हालांकि, उससे पहले यह 8.50 फीसदी थी. आपको बता दें, नौकरीपेशा व्यक्ति की बेसिक सैलरी का 12 फीसदी हिस्सा ईपीएफ खाते में जमा होता है. इतना ही हिस्सा नियोक्ता की तरफ से भी होता है.

कैसे तय होता है कितना ब्याज मिलेगा?


25 और 26 मार्च को हुई CBT की बैठक में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ब्याज दरें तय की गईं. हर साल मार्च में बोर्ड मीटिंग के दौरान ब्याज दरें तय की जाती हैं. पिछला साल ईपीएफओ के लिए कमाई के लिहाज से काफी अच्छा रहा है. कमाई बढ़ी है. यही कारण था कि ब्याज दरों में मामूली ही सही, वृद्धि की गई। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन आपके पैसे को कई जगहों पर निवेश करता है। इस पर उसे रिटर्न मिलता है. इस कमाई से ही निवेश पर ब्याज मिलता है.

EPFO में जमा पैसा कहां लगाया जाता है?

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) भविष्य निधि खातों (ईपीएफ खाते) में जमा आपके पैसे को कई जगहों पर निवेश करता है। इस निवेश से होने वाली कमाई का एक हिस्सा आपको ब्याज के रूप में दिया जाता है. ईपीएफओ कुल जमा का 85% ऋण विकल्पों में निवेश करता है। इनमें सरकारी प्रतिभूतियाँ और बांड शामिल हैं। इसमें कुल 36,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश है. शेष 15% ईटीएफ (निफ्टी और सेंसेक्स) में निवेश किया जाता है। पीएफ पर ब्याज कर्ज और इक्विटी से होने वाली कमाई के आधार पर तय होता है।

(pc rightsofemployees)



 


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