गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश में सपा की गठबंधन सरकार बनने का दावा किया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब तक 5 चरणों के चुनावों की चर्चा करते हुए कहा कि जनता ने प्रदेश में विकास के मुद्दे को अहम मानते हुए एक बार फिर समाजवादी सरकार बनाने का रूझान दिखाया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि धर्म और जाति के नाम पर चुनाव लडऩे वाली इन दोनों पार्टियों को जनता ने नकारने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा धार्मिक बिन्दुओं को चुनावी केन् में लाकर अपनी सरकार बनाने के लिए अनर्गल प्रलाप कर रही है, जबकि समाजवादी पार्टी युवाओं और प्रदेश के हर वर्ग के लोगों को उनका उचित सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए कृतसंकल्प है। अखिलेश ने अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि अगर जनता का साथ मिला तो लोगों को और अधिक सुविधाएं प्रदान की जायेगी।
अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर में एम्स की स्थापना के लिए उनकी सरकार ने पहले ही जमीन उपलब्ध करा दी, लेकिन अब मोदी जी बताये कि कब उसका निर्माण कार्य शुरू होगा। उन्होंने कहा कि जनता को धोखा देकर क्षणिक तौर पर भ्रमित तो किया जा सकता है लेकिन जनता बहकावे में अब नहीं आने वाली। उन्होंने पार्टी के उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस ने मोदी और भाजपा दोनों को सबक सिखाने के लिए सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। गांधी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में भाजपा की सरकार ने एक भी विकास का कार्य अगर जमीनी स्तर पर किया हो तो वह बिन्दुवार जनता को बताये।
उन्होंने कहा कि एक भी कार्य से अगर जनता को लाभ पहुंचा हो तो वह अपनी सभाओं में साफ और सच बोलकर वोट मांगे। उन्होंने 15 लाख खाते में आने, नोट बन्दी से काले धन को इकट्ठा करने और दागदारों को जेल में भेजने का दावा किया था। लेकिन सब का सब धरा रह गया। उन्होंने आरोप लगाया कि धार्मिक जुमला बन्दी करके लोगों को भरमाना मोदी की पुरानी आदत है। -(एजेंसी)