पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सह लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने इंटरमीडियट टॉपर्स घोटाले के कारण बिहार सरकार के टॉपरों का सम्मान नहीं करने का फैसले पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए आज कहा कि सरकारी तंत्र के भ्रष्ट आचरण का खामियाजा बिहार के प्रतिभाशाली और होनहार छात्रों को भुगतना पड़ेगा।
यादव ने आज यहां कहा कि सरकार के तंत्र और सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से हुए मेधा घोटाले के कारण वास्तविक प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को मिलने वाले सम्मान पर ग्रहण लग गया। राज्य सरकार के इस फैसले से खासकर गरीब वर्ग के प्रतिभावान विद्यार्थियों का मनोबल बुरी तरह टूटेगा।
बिहार में इंटर काउंसिल के द्वारा दसवीं और बारहवीं की ली जाने वाली परीक्षा में ज्यादातर ग्रामीण और गरीब तबके के विद्यार्थी ही शामिल होते हैं। इस तबके के प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित करने की परंपरा रही है। इस वर्ष मेधा घोटाला के कारण सरकार ने टॉपरों का सम्मान नहीं करने का फैसला करना आश्चर्यजनक है।
भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि जब सरकार के द्वारा फर्जी टापरों को चिह्नित कर नयी मेधा सूची जारी कर दी गयी है, तब इस सूची के आधार पर टॉपरों को सम्मानित नहीं करना आश्चर्यजनक है। नयी सूची के आधार पर टॉपरों को सम्मानित नहीं करने का मतलब यह है कि परीक्षा का यह परिणाम भी संदेहास्पद है। राज्य सरकार के फैसले से देशभर में बिहारी छात्रों की फजीहत होगी।