नई दिल्ली। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने युद्ध के दौरान जैविक और रासायनिक हथियारों के संभावित इस्तेमाल के मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि भारत इस प्रकार के किसी भी हमले से निपटने के लिए तैयार है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री पर्रिकर ने कहा कि अफगानिस्तान बॉर्डर से सटे इलाकों में जिन हथियारों का प्रयोग किया जा रहा है उसमें कैमिकल हथियार हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान और उत्तरी हिस्सों से आई उन खबरों में तस्वीरों को देखा है। इन तस्वीरों में देखा गया है कि वहां के लोगों के शरीर पर चकते के निशान बने हुए हैं। वहां के लोग किसी केमिकल हथियारों से प्रभावित नजर आए।
उन्होंने कहा कि वह मामले की पुष्टि तो नहीं करते हैं, लेकिन वहां की तस्वीरें परेशान करने वाली हैं। जानकारी के अनुसार पिछले महीने शाहबाज कलंदर की दरगाह पर हुए फिदायीन हमले में 100 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 250 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे।