पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश में व्याप्त असहिष्णुता का वातावरण और टकराववादी दृष्टिकोण की निंदा करते हुए अपने ब्रांड के विचारों के एकतरफा प्रचार का प्रतिकार गांधी विचारधारा पर आधारित व्यापक राष्ट्रीय एजेंडे से करने को कहा है।
चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर पटना के ज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय विमर्श का उदघाटन करते हुए नीतीश ने कहा कि 10 अप्रैल 1917 को महात्मा अंग्रेजों द्वारा नील की खेती के लिए किसानों को मजबूर करने का विरोध जताने गांधी चंपारण जाने के लिए पटना पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह ने जो रुप धारण किया, इससे ना सिर्फ इस क्षेत्र में हो रहे किसानों पर अत्याचार समाप्त हुआ बल्कि इससे पूरे देश में संदेश पहुंचा। चम्पारण सत्याग्रह के बाद आजादी की लड़ाई ने एक जबर्दस्त रुप धारण किया। 1917 के तीस साल के अंदर देश आजाद हो गया। उन्होंने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह का आजादी के इतिहास में विशिष्ट स्थान है।
उन्होंने भाजपा पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रहार करते हुए कहा कि गांधी के नाम में कितना दम है कि सभी इसका लाभ उठाना चाहेंगे। वे लोग जो गांधी जी के विचारधारा के प्रतिकूल है, वे भी यात्रा निकालेंगे। चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर भाजपा द्वारा आगामी 19 अप्रैल को पूर्वी चंपारण जिला मोतिहारी में मार्च निकाला जाएगा जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शामिल होंगे।
चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर पटना में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम के बारे में नीतीश ने कहा कि दो दिन का यह राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम सार्वजनिक जीवन में बदलाव लायेगा। उन्होंने कहा कि इस विमर्श का जो भी नतीजा निकलेगा, वह बहुत सार्थक होगा और देश के लिये उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आपलोग इस राष्ट्रीय विमर्श के बाद जो भी कार्यक्रम कीजियेगा, वह वर्तमान के इस भौतिकतावाद से छुटकारा दिलाने की राह तय करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस राष्ट्रीय विमर्श में के संदर्भ में क्या करना चाहिये, इस पर विचार हो। उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार के सभी पहलुओं पर विमर्श होना चाहिये। उन्होंने कहा कि पूरे देश एवं दुनिया में असहिष्णुता और टकराव का माहौल है। भौतिकतावादी चीजें लोगों के दिल एवं दिमाग पर हावी है। इस माहौल में गांधी जी की विचारधारा के लोग एक जगह हो और सार्थक विचार करें। इससे निकला निष्कर्ष देश-दुनिया के लिए लाभकारी होगा।
मुख्यमंत्री ने चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बिहार सरकार द्वारा आयोजित किए जाने कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि महात्मा गॉधी जहॉ-जहॉ गये थे, उन जगहों पर स्मृति यात्रा का आयोजन होगा। 17 अप्रैल 2017 को पटना में देश भर के स्वतंत्रता सेनानियों को हम सम्मानित करने जा रहे हैं। इस आयोजन में भाग लेने के लिये राष्ट्रपति एवं केन्ीय गृह मंत्री ने अपनी सहमति दे दी है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी समारोह में हमारा मुख्य उद्देेश्य है गांधी जी के विचारों से सबकों अवगत कराना। नीतीश ने कहा कि गांधी को सब मानते हैं, पर उनके विचारों को अपनाने के लिये कोई नजरिया नहीं है। उन्होंने कहा कि हम बापू के विचारों पर घर-घर दस्तक देंगे। गांधी जी के विचारों पर फिल्म बनाकर प्रत्येक गांव और न्यूनतम 100 की जनसंख्या वाने टोलों तक में दिखायेंगे। साथ स्कूल में बच्चों को रोज गांधी जी से जुड़ी कहानी प्रार्थना के बाद सुनायी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गांधी जी के विचारों को घर-घर पहुंचायेंगे। हर छात्र-छात्रा को इससे अवगत करायेंगे। अगर नई पीढी का दस प्रतिशत भी गांधी जी के विचारों के प्रति आकर्षित हो जाय तो आने वाले 10 से 15 साल में समाज बदल जायेगा। इस अवसर पर गांधी जी के पौत्र और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी, गांधीवादी न्यायमूर्ति चन्शेखर धर्माधिकारी, डॉ0 रजी अहमद, मेधा पाटेकर, सच्चिदानंद सिंह, न्यायमूर्ति राजेन् सच्चर, प्रेरणा देसाई ने भी अपने-अपने चिार व्यक्त किये। कार्यक्रम में डॉ0 एस एन सुब्बाराव द्वारा एक गीत प्रस्तुत किया गया। इस राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम में राजमोहन गांधी, तुषार गांधी और तारा गांधी कल भाग लेंगे।
आयोजित राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम में सभी विशिष्ट अतिथियों का शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी द्वारा पुष्प गुच्छ अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, उर्जा मंत्री बिजेन् प्रसाद यादव सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता, कला संस्कृति मंत्री शिवचन् राम विधायकगण विधान पार्षदगण मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह आदि उपस्थित थे। -(एजेंसी)