नई दिल्ली। जयललिता के निधन की खबरों के बाद चेन्नई में अपोलो अस्पताल के बाहर हिंसा की खबरें मिल रही है। निधन की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के समर्थक अपोलो अस्पताल के बाहर तोड़ फोड़ कर रहे हैं। समर्थकों के कुर्सियों के फेके जाने की तस्वीरें भारतीय टीवी चैनलों पर देखी जा सकती हैं। जयललिता की पार्टी एआइएडीएमके (अन्ना द्रमुक) के मुख्यालय पर लगा पार्टी का झंडा झुका दिया गया है।
लेकिन अपोलो अस्पताल के ताज़ा ट्वीट के अनुसार डॉक्टरों की टीम जयललिता को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। इस बीच सोमवार सुबह अपोलो अस्पताल में ही विधायकों की बैठक बुलाई गई। खबरों के मुताबिक इस बैठक में आपात स्थिति के लिए अहम फ़ैसले लिए गए। विधायकों की इस बैठक में जयललिता की बिगड़ती हालत को देखते हुए खऱाब से खऱाब परिस्थितियां होने पर उनकी ज़िम्मेदारी पनीरसेल्वम को सौंपे जाने पर आम सहमति बनी है।
इस बीच चेन्नई के पुलिस आयुक्त ने एक बयान जारी कर कहा है कि सभी पुलिसकर्मी अगले आदेश तक ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. पूरे चेन्नई को अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही सारे संयुक्त आयुक्त से कहा गया है कि पुलिस स्टेशनों में सिर्फ उतने ही पुलिस बल रखें जो कि बहुत ज़रूरी हों और बाक़ी पुलिस बल को बंदोबस्त ड्यूटी के लिए तैयार रखा जाए। बीमारी के बाद जब से जयललिता अस्पताल में हैं तब से पनीरसेल्वम ही उनका कार्यभार संभाल रहे हैं।
हालंकि पनीरसेल्वम के अलावा जयललिता के मंत्रीमंडल से एडेप्पाडी, पणनीसामी और थंगमणी के नाम भी चर्चा में हैं। इस बैठक में जयललिता की ख़ास शशिकला को भी पार्टी के अहम पद देने की चर्चा की गई। सभी विधायकों को आलाकमान के अगले आदेश तक चेन्नई ना छोडऩे के लिए कहा गया है। इस बीच जयललिता की बीमारी पर लंदन ब्रिज अस्पताल के डॉक्टर रिचर्ड बेएल ने बयान जारी किया है।
प्रोफ़ेसर रिचर्ड अपोलो अस्पताल के लिए जयललिता की सेहत पर सलाह व निगरानी रखने वाले डॉक्टरों में से हैं। डॉक्टर रिचर्ड के अनुसार जयललिता की सेहत पर वो बराबर नजऱ रखे हुए हैं. रिचर्ड के अनुसार बदक़िस्मती से उनकी तबीयत काफी नाजुक बनी हुई है और इन हालात में वह और बिगड़ या बदतर हो सकती है। लेकिन मैं सुनिश्चित करता हूं कि इस सदमें से उन्हें उबारने के लिए हम जो बेहतर हो सकता है वो करेंगे।