नई दिल्ली। भारत के सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाया पाकिस्तान अब नई चाल चल रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई 100 दिनों के हिंसक आंदोलन के दौरान कश्मीर में निष्क्रिय हो चुके आतंकी संगठनों को फिर से हमले के लिए तैयार कर रही है। कश्मीर घाटी में आतंक के इस नए प्लान का जिम्मा मुजफ्फराबाद (पीओके) में बैठे अल-उमर मुजाहिद्दीन के सरगना मुश्ताक जरगर को दिया गया है।
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक अल-उमर-मुजाहिद्दीन, हरकत उल अंसार/मुजाहिद्दीन, अल बदर, इख्वान-उल-मुजाहिद्दीन और अल जेहाद फोर्स को फिर से जिंदा करने की योजना बनाई जा रही है, जो फिलहाल घाटी में निष्क्रिय हो चुके हैं। जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे बड़े आतंकी संगठनों को कश्मीर के बाहर बड़े हमले करने की जिम्मेदारी आईएसआई ने सौंपी है।
वहीं, मूल रूप से श्रीनगर का रहने वाला मुश्ताक जरगर आतंक का पुराना चेहरा है जिसे मसूद अजहर के साथ आईसी 814 विमान अपहरण के बाद कंधार ले जाकर छोड़ा गया था। आईएसआई कश्मीरियों में मुश्ताक जरगर की पकड़ का फायदा उठाकर आतंक के इस नापाक प्लान को कामयाब करने के सपने देख रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर में मौजूद 250 आतंकियों में 107 स्थानीय लोग शामिल हैं। आईएसआई ने उनको नए प्लान के तहत चुपचाप सुरक्षा बलों पर हमला करके छिपने का काम दिया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि आतंकी हथियार लूटने के लिए पुलिस बलों को ज्यादा से ज्यादा निशाना बनाने की कोशिश करेंगे।