नई दिल्ली। रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल आरक्षण के लिए‘आधार कार्ड’को अगले वित्त वर्ष से अनिवार्य बनाने का फैसला किया है। रेलवे का कहना है कि इससे दलालों और अनधिकृत एजेंटों द्वारा नकली नामों में टिकट बुङ्क्षकग और फिर अधिक कीमत पर टिकटों को बेचना बंद हो जाएगा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार पीआरएस काउंटर और आईआरसीटीसी वेबसाइट से जारी होने वाले दोनों प्रकार के टिकटों के लिये यह निर्णय लागू होगा। फैसले के हिसाब से वरिष्ठ नागरिकों के रेल आरक्षण के लिए एक अप्रैल, 2017 से आधार कार्ड अनिवार्य हो जाएगा जबकि 1 जनवरी से 31 मार्च तक आधार कार्ड की व्यवस्था वैकल्पिक रूप से लागू की जायेगी।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर आधार कार्ड के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों के अग्रिम सत्यापन की प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू हो गयी है। वरिष्ठ नागरिक यात्रियों को आधार कार्ड का विवरण प्रस्तुत करने को कहा गया है।
रेल मंत्रालय ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए‘आधार कार्ड’या विशिष्ट पहचान (यूआईडी) कार्ड के आधार पर टिकट प्रणाली को दो चरणबद्ध तरीके से लागू करने का फैसला किया है। तदनुसार, 1 जनवरी से 31 मार्च, 2017 तक, वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायती टिकट प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड सत्यापन की आवश्यकता स्वैच्छिक आधार पर होगी लेकिन 1 अप्रैल, 2017 से, यह व्यवस्था अनिवार्य हो जाएगी।
आधार कार्ड के उपयोग के क्रियान्वयन के पहले चरण के दौरान अगर कोई वरिष्ठ नागरिक पूरा किराया देकर टिकट खरीदना चाहते है तो उनके लिए आधार कार्ड का विवरण देना वैकल्पिक होगा लेकिन रियायती दर पर अनारक्षित टिकट लेने के मामले में आधार कार्ड का विवरण देना जरूरी होगा। एक अप्रैल 2017 से इसके प्रभावी होने के साथ ही वरिष्ठ नागरिक श्रेणी में यात्रियों को पहचान के सबूत के तौर पर आधार कार्ड सहित किसी भी एक मूल दस्तावेज को भी ले जाने के लिए की आवश्यकता होगी।
भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. ए. के. मनोचा ने कहा, वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल टिकट के साथ आधार कार्ड को जोडऩा भारतीय रेलवे में एक सबसे महत्वाकांक्षी उपाय है जिससे बुङ्क्षकग में धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े पर अंकुश लग सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल टिकट आरक्षण में पारदर्शिता लाई जा सकेगी। इससे वरिष्ठ नागरिकों को रियायत की सुविधा के दुरुपयोग को भी रोका जा सकेगा क्योंकि टिकट कलेक्टर यात्रियों के दावों को तुरंत सत्यापित कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वैध टिकट वाले वास्तविक यात्री ही ट्रेनों में यात्रा कर सकें और इस तरह भारतीय रेलवे को होने वाले राजस्व नुकसान को भी रोका जा सकेगा।
डॉ. मनोचा ने कहा कि आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर आधार कार्ड विवरण के प्रमाणीकरण की प्रक्रिया काफी आसान है। कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी टिकभटग वेबसाइट पर अपना यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके लॉग इन कर सकता है। उसके बाद उसे‘माई प्रोफाइल’मेनू के तहत‘मास्टर लिस्ट’पर क्लिक करना होगा।
मास्टर लिस्ट में नए वरिष्ठ नागरिक यात्रियों को जोडऩे के दौरान, उन्हें आधार कार्ड में नाम, जन्म तिथि और भलग जैसे सही और पूरी जानकारी उपलब्ध कराने की जरूरत होगी। इसके बाद, उन्हें यस / नो के रूप में सीनियर सिटीजन कंशेसन ऑप्शन सेलेक्ट करना होगा, आई कार्ड और आधार नंबर उपलब्ध कराना होगा। अगले कदम के रूप में, उन्हें सीनियर सिटीजन पैसेंजर और प्रमाणित आधार विवरण ऐड करने के लिए‘ऐड पैसेंजर‘’पर क्लिक करना होगा। उसके बाद यात्रियों को उनके विवरण की जांच करने के बाद मास्टर लिस्ट में जोड़ दिया जाएगा।