नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी दिसंबर माह की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में बदलाव की संभावना नहीं है लेकिन वह उसके बाद फरवरी और अप्रैल दोनों समीक्षाओं में 0.25--0.25 प्रतिशत कटौती कर सकता है। यह अनुमान बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच बोफा-एमएल ने अपनी रपट में जताया है।
वैश्विक वित्तीय सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी बोफा-एमएल के अनुसार केंद्रीय बैंक की उदार नीति बड़े पैमाने पर कमजोर वैश्विक वृद्धि के हिसाब से चलती है। इसके अलावा मुद्रास्फीति के भी मार्च 2017 तक पांच प्रतिशत के लक्ष्य पर बने रहने की उम्मीद है।
बोफा-एमएल ने अपने शोध पत्र में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि रिजर्व बैंक दिसंबर में मौद्रिक नीतिगत दरों में कटौती नहीं करेगा और फरवरी और अप्रैल दोनों में 0.25 प्रतिशत की कटौती करेगा।’’