इंटरनेट डेस्क। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर तीन नए केन्द्रीय कानूनों के विरोध में किया जा रहा किसान आंदोलन अभी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। आज आंदोलन का चालीसवां दिन हैं। आज किसान संगठनों और केन्द्र सरकार के बीच एक बार फिर से इन कानूनों को लेकर बातचीत होने वाली है। इसी कारण आज के दिन को काफी अहम माना जा रहा है।

केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को तो यही उम्मीद है कि आज किसानों का आंदोलन समाप्त हो जाएगा। किसान संगठनों की ओर से भी बयान आ रहा है कि अगर केन्द्र सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा।

किसानों द्वारा तो यह भी कहा जा रहा है कि अगर बातचीत का परिणाम नहीं निकला तो 13 जनवरी को कृषि कानूनों की कॉपी जलाकर लोहड़ी मनाई जाएंगी। इससे पहले केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने बिजली कानून और पराली जलाने के मामले में अपनी ओर से सहमति दे चुकी है।