इंटरनेट डेस्क। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की आहट से राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी है। राज्य की सत्ता पर बैठी ममता दीदी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी अब बगावत पर उतर आई है। यही वजह है कि पिछले एक महीने से भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को चोट पहुंचा रही है। भाजपाध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर लगातार पत्थर बरसाए जा रहे हैं। सोमवार को एक रैली में फिर ये घटना हुई। इसी घटना के संबंध में मंगलवार सुबह बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत की।

बातचीत में उन्होंने कहा कि टीएमसी के शासन में राज्य में हिंसक राजनीति ऐसे ही जारी रहेगी। बीजेपी को रोकने के लिए उनके पास रणनीति तो है लेकिन यह समय के साथ कमजोर होती जा रही है। हम पश्चिम बंगाल में बदलाव लाएंगे। जैसे-जैसे राज्य में विकास की बात हो रही है, वे (टीएमसी) असहज हो रहे हैं और ऐसा कर रहे हैं। हमने टीएमसी को 2019 के लोकसभा चुनावों में घटाकर आधा कर दिया है और 2021 में उन्हें मिटा देंगे।
टीएमसी से बीजेपी में आए राज्य के वरिष्ठ नेता और नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने वाले सुवेन्दु अधकारी की टिप्पणी पर पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि राज्य के नंदीग्राम को सुवेंदु से बेहतर कौन जानता है? यह उसके हाथ में है। यदि उन्होंने यह कहा है, तो वे इसे भी कर सकते हैं।