पुणे। कंगारू टीम की फिरकी गेंदबाजी जोड़ी स्टीव ओकीफे और नाथन लियोन के जादुई प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट मैच में भारत को 333 रन से शिकस्त देकर उसके विजयी रथ को रोक दिया है।
भारतीय टीम 19 मैचों से अपराजित थी। ऑस्टे्रलिया ने 20 टेस्ट बाद मेजबान टीम को उसके मैदान पर हार का स्वाद चखाया। कप्तान स्टीवन स्मिथ (109) के शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने मेबजान टीम को 441 रन का विशाल लक्ष्य दिया।
इसके जवाब में स्टीव ओकीफे (35 रन पर छह विकेट) और नाथन लियोन (53 रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी के सामने भारत की दूसरी पारी भी केवल 107 तक ही चल सकी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरी पारी में 285 रन बनाए थे। इससे पहले भारत ने पहली पारी में भी केवल 105 रन ही बनाए थे।
मैच में ओकीफे ने 70 रन देकर 12 विकेट झटक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इसके लिए उन्हें मैच ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। ऑस्ट्रेलिया ने इसके साथ ही चार टेस्टों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
स्मिथ ने लगाया 18वां शतक:
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने अपने 18वें टेस्ट शतक के दौरान 202 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौकों की मदद से 109 रन बनाए। तेज टर्न और उछाल के बीच स्मिथ की यह पारी भारतीय सरजमीं पर किसी विदेशी बल्लेबाज की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है। यह भारत के खिलाफ पिछले पांच टेस्ट में उनका लगातार पांचवां शतक है।
भारत में सबसे सफल स्पिनर बने ओकीफे:
ओकीफे ने मैच में 70 रन पर 12 विकेट लेकर भारतीय जमीन पर किसी विदेशी स्पिनर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। कीफे का यह प्रदर्शन भारतीय जमीन पर किसी विदेशी गेंदबाज का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इंग्लैंड के इयान बॉथम ने 1980 में मुंबई में 106 रन पर 13 विकेट लिए थे। यह किसी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज का भारतीय सरजमीं पर भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले एलेन डेविडसन ने दिसंबर 1959 में कानपुर में भारत के खिलाफ मैच में 124 रन देकर 12 विकेट हासिल किए थे।
दूसरी पारी में ओकीफे के शिकार:
ओकीफे ने मुरली विजय (दो), चेतेश्वर पुजारा (31), कप्तान विराट कोहली (13), अजिंक्या रहाणे (18), अश्विन (आठ), और रिद्धिमान साहा (पांच)का शिकार किया।
लियोन ने लिए चार विकेट:
ऑफ स्पिनर लियोन ने लोकेश राहुल (10), रवींद्र जडेजा (तीन), जयंत यादव (पांच) और इशांत शर्मा (शून्य) को आउट कर भारत को पराजय की शर्मनाक घूंट पिलाई।
भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की तीसरी सबसे बड़ी जीत:
ऑस्ट्रेलिया की रनों के लिहाज से भारत के खिलाफ यह तीसरी सबसे बड़ी जीत है। उसने 2004 में भारत को नागपुर में 342 रन से और 2007 में मेलबर्न में 337 रन से हराया था।
केवल दो घंटे ही चली भारत की दूसरी पारी:
भारत की दूसरी पारी दो घंटे से कुछ अधिक समय तक ही चल सकी। इस पारी में केवल पुजारा ने एकतरफा संघर्ष करते हुए 58 गेंदों में दो चौकों की मदद से 31 रन की पारी खेली। पुजारा चायकाल के बाद आउट हुए और भारतीय टीम चायकाल के छह विकेट पर 99 रन के स्कोर से 107 रन पर धराशाई हो गई।