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नई दिल्ली: अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। एयर इंडिया के बेड़े में शामिल बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की अब टेकऑफ से पहले विस्तृत तकनीकी जांच अनिवार्य कर दी गई है। DGCA का यह निर्देश 15 जून 2025 की मध्यरात्रि से लागू हो जाएगा। इस फैसले का सीधा मकसद भविष्य में इस तरह की किसी भी दुर्घटना की संभावना को न्यूनतम करना है।
फ्यूल सिस्टम से लेकर इंजन कंट्रोल तक की होगी जांच
DGCA ने जो नई गाइडलाइंस जारी की हैं, उनके अनुसार अब हर उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी बिंदुओं की जांच अनिवार्य होगी। इनमें सबसे अहम है फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग, यानी उड़ान से पहले ईंधन के सभी मापदंडों की विस्तृत समीक्षा। इसके साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल सिस्टम, इंजन फ्यूल ड्रिवन एक्ट्यूएटर, ऑयल सिस्टम, हाइड्रोलिक सिस्टम और टेकऑफ पैरामीटर्स की भी जांच होगी।
इसके अलावा केबिन एयर कंप्रेसर और इससे जुड़े अन्य तकनीकी हिस्सों की स्थिति का भी आंकलन किया जाएगा। DGCA ने सभी विमानन कंपनियों को इन बिंदुओं पर तत्काल अमल करने का निर्देश दिया है।
फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम की विशेष जांच अनिवार्य
DGCA ने अपनी सख्ती और बढ़ाते हुए कहा है कि अब से हर ट्रांजिट इंस्पेक्शन में फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम की जांच भी अनिवार्य रूप से की जाएगी। यह आदेश अगले नोटिस तक जारी रहेगा। इसके अलावा, एयर इंडिया को अगले दो हफ्तों के भीतर सभी बोइंग 787 विमानों पर पावर एश्योरेंस चेक भी पूरा करना होगा। DGCA ने पिछले 15 दिनों में बार-बार सामने आई तकनीकी गड़बड़ियों के मद्देनजर यह फैसला लिया है।
निदेशालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि एयरलाइंस को सभी मेंटेनेंस एक्शन तुरंत प्रभाव से पूरे करने होंगे ताकि विमानों की तकनीकी विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सके।
AAIB ने शुरू की हादसे की जांच, पीएम मोदी ने लिया जायजा
12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही समय बाद अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों समेत कुल 265 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। हालांकि, एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बच निकला।
हादसे के तुरंत बाद विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने जांच शुरू कर दी है। हादसे की जांच के लिए एक विशेष तकनीकी टीम को अहमदाबाद भेजा गया है, जो ब्लैक बॉक्स डेटा और अन्य सबूतों के आधार पर दुर्घटना की असल वजहों का पता लगाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचकर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिजनों से संवेदना व्यक्त करते हुए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। अब तक हादसे में मारे गए छह लोगों की पहचान हो चुकी है और उनके शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
अहमदाबाद विमान हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में DGCA का यह कदम न केवल समय की मांग है, बल्कि भविष्य में उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम प्रयास भी है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इस दिशा में उठाए गए कदमों से यात्रियों का विश्वास वापस बहाल हो सकेगा।