ब्रसेल्स । ‘ह्यमून राइट्स वॉच’ ने आज एक रिपोर्ट में कहा कि ब्रसेल्स एवं पेरिस में आतंकवादी हमलों के मद्देनजर की जा रही ‘‘कभी कभी अपमानजनक’’ कार्रवाई के कारण बेल्जियम में मुस्लिम समुदायों में अलगाव की भावना पैदा हो सकती है।
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मानवाधिकार समूह ने कहा कि पिछले साल आतंकवाद को रोकने के लिए अपनाए गए जरूरत से अधिक कड़े कानूनों एवं पुलिस के ‘निरंकुश’ अभियानों के कारण हमलों के रोकने के प्रयास कमजोर हो रहे हैं। इस्लामिक स्टेट से जुड़े आत्मघाती हमलावरों के 22 मार्च को ब्रुसेल्स हवाईअड्डे एवं मेट्रो पर हमले में 32 लोगों की मौत हो गई थी। यही संगठन 13 नवंबर 2015 को पेरिस में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में 130 लोग मारे गए थे। ह्यूमन राइट्स वॉच ने रिपोर्ट में लिखा है, ‘‘बेल्जियम ने हमले रोकने के लिए पिछले साल बहुत मेहनत की लेकिन इसकी कानूनी एवं नीतिगत कार्रवाइयां जरूरत से अधिक सख्त होने एवं कभी कभी अपमानजनक प्रवृत्ति की होने के कारण कमजोर हो रही हैं।’’
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इसमें कहा गया है, ‘‘हम इस गुस्से एवं दुख में बेल्जियम एवं फ्रांस के साथ हैं और चाहते हैं कि जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाया जाए लेकिन पुलिस की निरंकुश छापेमारी के कारण उन समुदायों के बीच अलगाव की भावना पैदा होने का खतरा है जिनके सहयोग से इस खतरे से निपटने में मदद मिल सकती है।’’ इस रिपोर्ट पर बेल्जियम की सरकार ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। (एजेंसी)
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